कोरोना पर ग्रामीण महिला ने गाया मार्मिक गढ़वाली गीत, सोशल मीडिया पर खूब हो रहा है वायरल

रुद्रप्रयाग. कोरोना महामारी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर कई तरह के अभियान चलाए गए और चल भी रहे हैं, लेकिन अब भी जागरूकता की ज़रूरत बनी हुई है. इस बीच, रुद्रप्रयाग ज़िले की एक ग्रामीण महिला ने कोरोना महामारी से जुड़ी स्थितियों पर एक मार्मिक गढ़वाली गीत गाया है, जो कुछ ही समय में सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इस गीत के बोल ऐसे हैं कि श्रोता भावुक हो रहे हैं.

रूद्रप्रयाग जनपद की छिनका गांव निवासी सीमा गुसांई ने कोरोना के इस दौर पर अपने गीत में बताती हैं कि कैसे कोरोना महामारी के कारण इन्सानों में दूरी बढ़ गई है, बच्चे अपने मां-बाप से दूर हो गए हैं, गांव में लोगों के बीच दूरियां बढ़ गई हैं और सभी लोगों ने अपने मुंह ढ़क लिये हैं. यही नहीं गीत में यह भी ज़िक्र है कि देवी-देवता भी महामारी के सामने बेबस दिख रहे हैं।

कैसे सोशल मीडिया तक आया यह गाना?

ग्रामीण महिला सीमा गुसांई का यह गाना सोशल मीडिया में सनसनी बन गया है. अब तक हज़ारों लोग इस गीत को देखने के बाद लाइक व शेयर कर चुके हैं. गीत के अन्त में सीमा ने लोगों को जागरूक करते हुए इस महामारी से लड़ने के लिए सोशल डिस्टेंन्स का पालन करने की अपील भी की है। सीमा ने बताया कि उन्होंने गीत लिखा तो सबसे पहले उनके परिजनों को खूब भाया. सबकी सलाह पर रिकॉर्डिंग की गई और सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया. कुछ समय में ही लोगों ने उसे खासा पसंद किया. इससे सीमा का उत्साहवर्धन हुआ।

सीमा ने अपील करते हुए कहा कि कोरोना के खिलाफ सभी को एकजुट होना है. घबराना नहीं है बल्कि बचाव एवं जागरूकता से डटकर मुकाबला करना है. उन्होंने उम्मीद जताई कि यदि ज़िम्मेदार नागरिकों का सहयोग प्राप्त होगा तो जल्द ही इस बीमारी से हम सभी उबर सकते हैं।

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