देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है. सरकार भी लोगों से अपील कर रही है कि दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी। पुलिस भी 2 गज दूरी का पाठ भूलने वाले पर खूब कार्रवाई कर रही है. लेकिन जब प्रदेश के मुखिया और माननीय ही इस नियमों का पालन न करें तो आप क्या कहेगे। ऐसी ही एक तस्वीर सामने आई है ऋषिकेश से, जिन्हें देखकर लगता है कि सरकार के मुखिया और माननीयों के लिए कोई कानून ही नहीं है।
दरअसल, डीआरडीओ द्वारा ऋषिकेश आईडीपीएल में बनाए गए अस्थाई कोविड हॉस्पिटल का सीएम तीरथ ने बुधवार को उद्घाटन किया. उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी समेत एम्स ऋषिकेश के निदेशक रविकांत मौजूद थे। लेकिन इस दौरान वहां से जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें सभी ऐसे दिख रहे थे, जैसे उत्तराखंड में मानो अभी कोरोना की एंट्री ही नहीं हुई है। सभी नेता उद्घाटन का फीता काटने के दौरान न सिर्फ भारी भीड़ में दिखाई दिए, बल्कि मरीज को घेरे हुए भी खड़े रहे, जो तस्वीरों में साफ दिख रहा है।
गौरतलब है कि इससे पहले नियमों को दर किनार कर उत्तराखंड के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री व प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत के साथ शनिवार शाम को भाजपा के कुछ नेता भी बदरीनाथ धाम पहुंच गए,उनके साथ चमोली भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, चमोली जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह बिष्ट व श्रीनगर के एक भाजपा पदाधिकारी के साथ ही एक-दो अन्य पदाधिकारी भी धाम पहुंचे। एक भाजपा नेता ने धाम में मंत्री के साथ खिंचवाई फोटो को सोशल मीडिया (फेसबुक) पर सार्वजनिक कर दिया, जिसके बाद यह फोटो वायरल होने लगी। जबकि कोरोना संक्रमण के चलते तीर्थयात्रा स्थगित है और तीर्थपुरोहितों को भी सीमित संख्या में धाम भेजा गया है।
इन हालात के बीच विपक्ष ने भी मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री और माननीयों के लिए कोई कायदे कानून नहीं है, जो तस्वीरें दिखाई दी है। उस के लिहाज से मुख्यमंत्री पर भी नोटिस या मुकदमा दर्ज होना चाहिए।