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बॉलीवुड की कु’छ याद’गार फिल्में जि’न्हें भु’ला’या न’हीं भु’ला पा’ते

हमारे जीवन में कुछ कहानियां या व्यक्ति ऐ’से हो’ते हैं जि’न्हें ह’म मरते दम तक भर नहीं भू’ल पाते हैं बचपन में मां दा’दी से सुनी कुछ कहानि’यां होती हैं तो बड़े पर हमारे जह’न में कु’छ ऐ’सी फि’ल्मों की कहा’नियां रह जा’ती है जो हमारे अंत’र्मन तक हमें छू लेती हैं और जिं’दगी भर हमारी या’दों में या’द बन’कर रह जाती हैं। हमा’रे बॉ’लीवुड में ऐ’सी ही क’ई फिल्में प्रदर्शित की है जिनका उदाहरण आ’ज ह’मारे शिक्षक से लेक’र हमा’रे माता-पिता भी देते हैं उन’की कहानियों को महा’न बताते हैं वह उन से शिक्षा ले’ने के लि’ए प्रेरि’त क’रते हैं।

अभी पिछले कु’छ व’र्ष में हमा’रे बॉली’वुड में ऐ’सी कई फि’ल्में प्रद’र्शि’त की है जिन’की कहानियां और पा’त्रों ने हमा’रे जहन में अप’नी जग’ह बना ली कई बार उन फिल्मों के अं’त से ह’म इत’ना प्रभावित होते हैं कि हमा उनके अंत को सोचते रहते हैं और खुश होते हैं ऐसी कुछ फिल्में हमारे बॉलीवुड ने हमें पेश किए हैं।

आइ’ए जान’ते हैं उन याद’गार फिल्मों के बा’रे में।

उड़ान

उड़ान 2010कि, विक्रमादित्य मोटवनी द्वारा निर्देशित व संजय सिंह, अनुराग कश्यप और रोनी स्क्रूवाला द्वारा निर्मित एक हिन्दी फ़िल्म है।यह अनुराग कश्यप के वास्तविक जीवन पर आधारित है। फिल्म को आधिकारिक तौर पर संयुक्त राष्ट्र के कुछ संबंध श्रेणी मे 2010 कान फिल्म समारोह में प्रतिस्पर्धा करने के लिए चुना गया था। फिल्म बॉक्स आफिस पर तुरंत सफल नहीं हुई, लेकिन अंततः एक क्लासिक पंथ के रूप में मानी गई।
रोहन स्कूल से निष्कासित होने के बाद अपने सख्त पिता साथ ही सौतेले भाई के पास लौटता है, जिससे वह अनजान था। वह अपने पिता के कारखाने में काम करने के लिए मजबूर होता है, जबकि वह लेखक बनना चाहता है। बॉलीवुड की बेहतरीन फ़िल्मों में से एक है. फ़िल्म के अंत में जब ये पता चलता है कि रोहन, अपने सौतले भाई को अपने पिता से बचाता आ रहा था, आंखों में ख़ुशी और नमी दोनों होती है। अंत में रोहन अपने पिता के लिए एक धमकी भरा पत्र लिख कर चला जाता है कि वह उसे और उसके भाई को कभी ढूंढने की कोशिश ना करें।

मसान


मसान भारतीय हिन्दी फिल्म है।इसका निर्देशन नीरज घेवन ने किया है। संजय मिश्रा, ऋचा चड्ढा, विक्की कौशल और श्वेता त्रिपाठी इसमें मुख्य किरदार में हैं।
यह बनारस में दो अलग-अलग कहानी को साथ में दिखाता है। पहली कहानी देवी की है जो अपने साथी विद्यार्थी पीयूष के साथ एक होटल में जाती है। जहाँ पुलिस उसे रेड मे पकड लेती है। इसके बाद पीयूष अपनी कलाई काट कर आत्महत्या कर लेता है। देवी पर पुलिस जबर्दस्ती गुनाह क़बूल कराती है। इसके बाद पुलिस उसे इस बात को दबाने के लिए पैसे मांगती है। दूसरी कहानी श्मशान घाट में काम करने वाले दीपक (विक्की कौशल) की है, जो निचले वर्ग का है। एक दिन उसकी मुलाक़ात एक उच्च वर्ग की लड़की शालू गुप्ता (श्वेता त्रिपाठी) से होती है। वह दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं। फ़िल्म के अंत में जब विकी कौशल और ऋचा चड्ढा नदी किनारे मिलते हैं. देख कर ऐसा लगता है, जैसे क़िस्मत ने इन्हें मिलाने के लिये सारा षड़यंत्र रचा था।

देवदास


देवदास भारतीय नाट्य रूमानी हिन्दी फिल्म है। इस फिल्म का निर्देशन संजय लीला भंसाली और निर्माण भरत शाह ने किया था। ये फिल्म शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास देवदास पर आधारित है। इसमें शाहरुख़ खान, ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित मुख्य किरदार में हैं। इसे 12 जुलाई 2002 को सिनेमाघरों में दिखाया गया। रिलीज पर भारत में मिश्रित समीक्षा प्राप्त करने के बावजूद, देवदास को पश्चिमी फिल्म आलोचकों के बीच समीक्षकों द्वारा प्रशंसित किया गया था, और इसे अब तक की सबसे महान फिल्मों में से एक माना जाता है। फ़िल्म का अंत यही दर्शाता है कि जब इंसान की इच्छाएं पूरी नहीं होती हैं, तो हर दिन वो जीते-जी भी मरता रहता है।

हैदर


हैदर एक 2014 में बनी भारतीय क्राइम ड्रामा फिल्म है, जो विशाल भारद्वाज द्वारा लिखित, निर्मित और निर्देशित है और बशरत पीर द्वारा सह-लिखित है। फिल्म में शाहिद कपूर और सह-कलाकार के रूप में तबु, श्रद्धा कपूर और के के मेनन है। इरफ़ान खान एक विशेष उपस्थिति में हैं। यह फिल्म विलियम शेक्सपियर की हैमलेट पर आधारित है, जिसमें 1995 के उग्रवाद प्रभावित कश्मीर संघर्षों और नागरिकों के लापता होने के बारे में दिखाया गया है। हैदर, एक युवा छात्र और एक कवि है जो अपने पिता के लापता होने के बारे में जवाब मांगने के लिए संघर्ष करते हुए कश्मीर लौटता है और राज्य की राजनीति में फंस जाता है।
हैदर सिर्फ़ बॉलीवुड की ही नहीं, बल्कि शाहिद कपूर की भी बेहतरीन फ़िल्मों में एक है. अगर अब तक आपने ये फ़िल्म नहीं देखी है, तो देख लेनी चाहिये।

कपूर एंड संस


कपूर एण्ड सन्स हिन्दी भाषा में बनी एक भारतीय बॉलीवुड फिल्म है। इसका निर्माण करन जौहर और निर्देशन शकुन बत्रा ने किया है।इस फ़िल्म की कहानी का अंत भी काफ़ी सुपर था. फ़िल्म देख कर समझ आ जाना चाहिये कि परिवार सिर्फ़ दो चीज़ों से चलता है, प्यार और माफ़ी।

क्वीन


क्वीन वायाकॉम 18 मोशन और फैंटम फ़िल्म्स के बैनर तले बनी हास्य नाटक फ़िल्म है। इसका निर्देशन विकास बहल ने किया है। फिल्म क्वीन छोटे से शहर के एक भारतीय लड़की की कहानी है जो अपने हनीमून पर अकेले जाने का निर्णय करती हैा
रानी (कंगना रानाउत) 24 साल की पंजाबी लड़की है जो कि दिल्‍ली में रहती हैा वह एक रूढिवादी परिवार से ताल्लुक रखती हैा उसका भाई पहरेदार के रूप में उसकी सुरक्षा के लिए हर जगह उसके साथ रहता हैा रानी को जिंदगी का सबसे बड़ा झटका लगता है और वह तब पूरी तरह से परेशान हो जाती है जब उसके मंगेतर (राजकुमार राव) की एक कार ऐक्सीडेंट में मौत हो जाती है लेकिन इन परिस्थितियों में वह रोने और विलाप करने के बजाए आगे बढ़ने का निर्णय लेती है। वह अपने हनीमून पर अकेले जाती हैा फिल्म एक व्यक्ति के रूप में आगे बढ़ रही है रानी और उसकी हनीमून यात्रा के दौरान ही अपनी पहचान को दोबारा से खोजने पर केंद्रित हैा

द लंच बॉक्स


द लंच बॉक्स रितेश बत्रा द्वारा निर्देशित और गुनीत मोंगा, अनुराग कश्यप एवं अरुण रंगाचारी द्वारा निर्मित पत्रोचित रोमानी फिल्म है। फ़िल्म को एक साथ कई स्टूडियों में जारी किया गया। ये स्टूडियो यूटीवी मोशन पिक्चर्स, धर्मा प्रोडक्शन्स, सिख्य ऐंटरटेनमेंट, डर मोशन पिक्चर्स, एनएफडीसी (भारत), रोह फ़िल्म्स (जर्मनी), एएसएपी फ़िल्म्स (फ़्रांस) और सिने मोसायक (संयुक्त राज्य अमेरिका) हैं। इसमें इरफ़ान ख़ान, निमरत कौर और नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने मुख्य कलाकारों की भूमिका अदा की है।
एक बेहतरीन पटकथा और स्क्रीनप्ले के साथ द लंचबॉक्स के ज़रिये दर्शकों को एक यादगर फ़िल्म मिली. जिसके बारे में सोचते ही दिल ख़ुश हो जाता है।

अ वेडनेसडे

अ वेडनेसडे वर्ष 2008 में रिलीज हुई एक थ्रिलर फिल्म है, जिसका सह लेखन और निर्देशन नीरज पाण्डेय ने किया है। फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, अनुपम खेर ,जिमी शेरगिल अदि मुख्य भूमिका में नजर आये।अगर किसी फ़िल्मी फ़ैन ने नसरुद्दीन शाह, अनुपम ख़ेर और जिमी शेरगिल स्टारर ये फ़िल्म मिस की है, तो बहुत बड़ी ग़लती की है।

तलाश


तलाश एक 2012 में प्रदर्शित एक भारतीय थ्रिलर फ़िल्म है जिसे रीमा कागती द्वारा लिखा व निर्देशित किया गया है। फ़िल्म को एक्सेल इंटरटेनमेंट और आमिर खान प्रोडक्शंस मिल कर निर्मित किया और इसमें आमिर खान, रानी मुखर्जी और करीना कपूर मुख्य भूमिकाओं में है। फ़िल्म का संगीत राम संपथ द्वारा किया गया है और जावेद अख्तर ने गानों को लिखा है। कभी-कभी बॉलीवुड उम्मीद से उम्दा कहानी बना देता है. इन्हीं चंद कहानियों में से एक तलाश भी है।