जब इंसान सही से काम न कर रहा हो और उसका मालिक वहां पहुंच जाए तो आप सोच सकते है उसका क्या हाल होगा। यहीं नजारा देखने को मिला देहरादून में आरटीओ ऑफिस में.. जब वहां अचानक परिवहन सचिव डा. रणजीत पहुंच गए। उन्हें देखते ही काउंटर पर मौजूद कर्मियों में हड़कंप मच गया और अधिकारियों को यह सूचना दी। जिसके बाद वहां खड़े दलाल भाग खड़े हुए। अधिकारी आनन फानन में कार्यालय में पहुंचे।
बता दें कि दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे आरटीओ कार्यालय में कामकाज सामान्य गति से चल रहा था । जनता की भीड़ कम हो चुकी थी। इसी वक्त वहां बिना किसी को सूचना दिए परिवहन सचिव डा. रणजीत सिन्हा पहुंच गए। उनके पहुंचने की सूचना के बाद आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप सैनी व एआरटीओ (प्रशासन) द्वारिका प्रसाद के साथ एआरटीओ (प्रवर्तन) रश्मि पंत दौड़ते हुए पहुंचे। पूरा दिन अंदर से बाहर तक दलालों से गुलजार रहने वाले आरटीओ दफ्तर का जो नजारा देखने को मिला, वह अलग ही था।
अपने निरिक्षण के दौरान परिवहन सचिव ने लगभग डेढ़ घंटे तक टैक्स समेत हर अनुभाग का बारीकी से मुआयना किया और गंदगी पर सख्त नाराजगी जताई। टैक्स की स्थिति से नाराज सचिव परिवहन सिन्हा ने न केवल अधिकारियों को फटकार लगाई बल्कि यह तक कहा कि ‘अगर रिपोर्ट कर दूं तो तुम सब सस्पेंड हो जाओगे।’ उन्होंने सभी अधिकारियों को टैक्स से जुड़ी फाइलें लेकर तत्काल सचिवालय तलब किया और अधिकारी सचिवालय निकल गए। बताया जा रहा है कि जिस वक्त सचिव कार्यालय में पहुंचे थे तब आरटीओ (प्रशासन) दिनेश चंद्र पठोई ऋषिकेश गए हुए थे, मगर सूचना मिलते ही एक घंटे के भीतर वह भी कार्यालय पहुंच गए।