जफर ने बताया कि वो हर दिन की तरह अपना काम ख”त्म” कर रामनगर स्थित घर जा रहे थे। बाइक में उनके साथ एक युवक भी बैठा था। तभी रामनगर-हल्द्वानी मार्ग पर बा”घ ने उन पर ह”म”ला” कर दिया। घट”ना” के बाद इलाके में द”ह”श’त है। लोग ड”रे हुए हैं। आपको बता दें कि अगस्त में भी कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे इलाकों में लोगों पर बा”’घ के ह”म”ले की दो घ”ट”ना”एं सामने आईं थीं। यहां बिजरानी रेंज में एक महिला पर बा”घ” ने ह”म”ला कर दिया था। जिसमें वो बुरी तरह घा”य”ल” हुई थी। इस घ”ट”’ना” के कुछ ही दिन बाद पार्क में गश्त कर रहे फॉरेस्ट गार्ड पर भी बाघ झपट पड़ा था। तब उसके साथी ने फाय”रिं”ग कर बा”घ को भगाया था।
बहरहाल बाघ के हमले की हालिया घ’ट”ना” के बाद रामनगर वन प्रभाग ने संबंधित क्षे’त्र में सुरक्षा की दृष्टि से वन कर्मियों की ग”श्त’ ‘बढ़ा दी है।इस साल अगस्त में, कॉर्बेट नेशनल पार्क के पड़ोसी क्षेत्रों में व्यक्तियों पर बाघ के ह’म’लों’ के दो एपिसोड थे।
उत्तराखंड में जं”ग”ली जीव ड”’रा”व’ना है। नैनीताल में, आदमखोर गुलदार के साथ बाघ की ख़ुशी। कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे क्षेत्र में, बाघ ने शहर के पिछले शीर्ष पर हमला किया। पिछला नगर प्रमुख मोहम्मद ज़फ़र घटना के समय रामनगर की ओर जा रहा था। वह साइकिल चला रहा था। अंतरिम रूप में, बाघ उस पर कूद गया। जफर साइकिल से नीचे गिरा। अपने जीवन को नुकसान के रास्ते में देखकर, दर्शकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। जिसके बाद बाघ जंगल की ओर भाग गया। प्रकरण रामनगर का है। जहां शिवलालपुर के पिछले नगर प्रमुख पर एक बाघ द्वारा हमला किया गया था। रात लगभग 8 बजे, 32 वर्षीय मोहम्मद जफर क्यारी शहर से रामनगर वापस जा रहे थे। वह तब आसपास के एक और नौजवान से जुड़ गया था।
दोनों बाइक सवार रामनगर की तरफ जा रहे थे कि तभी रास्ते में एक बाघ उन पर झपट पड़ा। ये सब इतनी तेजी से हुआ कि जफर को संभलने का मौका भी नहीं मिल पाया। वो बाइक से नीचे गिर गए। बाघ ने उन पर पंजा मार दिया। शुक्र है कि उसी वक्त रास्ते से कुछ लोग गुजर रहे थे। उन्होंने जफर की जान बचाने के लिए शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसके बाद बाघ उन्हें छोड़कर जंगल की तरफ भाग गया। बाघ के हमले में जफर बुरी तरह घायल हुए हैं, लेकिन शुक्र है कि उनकी जान बच गई। हमले में घायल जफर को राहगीरों ने रामनगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है।