उत्तराखंड में जहां एक ओर अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है वहीं बाजार- प्रतिष्ठान खुलने के साथ ही सार्वजानिक वाहनों में 100 प्रतिशत यात्रियों के संचालन को मंजूरी दे दी गई है। लेकिन सरकार अभी लापरवाही नहीं बरतना चाहती है। कोविड-19 की दूसरे लहर को मद्देनजर रखते हुए मैदानी एवं पर्वतीय क्षेत्र के समस्त यूनिवर्सिटी और कॉलेज में घोषित ग्रीष्मावकाश को बढ़ा दिया गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए प्रदेश के समस्त यूनिवर्सिटी और कॉलेज में ग्रीष्मावकाश को 19 जून तक विस्तारित कर दिया है।
बता दें कि कोविड-19 से छात्र-छात्राओं, कर्मचारियों एवं आम जनमानस की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘यह आदेश राजकीय महाविद्यालयों के साथ ही समस्त अनुदानित अशासकीय महाविद्यालयों एवं उच्च शिक्षा विभागान्तर्गत राज्य के समस्त राज्य एवं निजी विश्वविद्यालयों एवं सम्बद्ध निजी उच्च शिक्षण संस्थानों पर भी पूर्णतया लागू होगा’।
आपको बता दे कि इससे पहले मैदानी एवं पर्वतीय क्षेत्र के समस्त राजकीय महाविद्यालयों में 7 मई से 12 जून तक ग्रीष्मावकाश की घोषणा की गई थी। कोविड 19 की पहली लहर के बाद विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को पठन पाठन के लिए एक मार्च 2021 से ऑफलाइन मोड में खोला गया था, लेकिन कोरोना के फिर से बढ़ते मामलों की वजह से विश्ववविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को फिर से बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया था।गौरतलब है कि प्रदेश में 105 सरकारी महाविद्यालय हैं। इसके अलावा 18 अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालय हैं। सभी महाविद्यालयों में करीब दो लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। जिनके स्वास्थय के साथ सरकार कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है।