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उत्तराखंड में प्रॉपर्टी के जालसाज…हड़पी 125 एकड़ जमीन

अगर आपकी पहाड़ में जमीन है, या फिर आप जमीन लेने की सोच रहे हैं तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है। कहीं ऐसा ना हो कि कोई दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा कर आपको चूना लगा जाए। उत्तराखंड में जमीनों की धोखे से बिक्री और अवैध कब्जे के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऊधमसिंहनगर के खटीमा में भी यही हुआ। यहां एक गांव में जीवित व्यक्ति को मरा हुआ दिखाकर फर्जी दस्तावेजों के सहारे उसकी 125 एकड़ जमीन कब्जा ली गई। पीड़ित ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। बाद में वो हाईकोर्ट की शरण में पहुंचा। तब कहीं जाकर कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 15 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया है। आरोपियों में 6 महिलाएं भी शामिल हैं। घटना झनकईयां थानाक्षेत्र के बगुलिया गांव की है। जहां दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा कर 125 एकड़ जमीन हड़प ली गई।

पीड़ित का नाम कश्मीर सिंह है। कुछ दिन पहले कश्मीर सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे। कश्मीर सिंह ने बताया कि गांव के ही कुछ लोगों ने जीवित लोगों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर वसीयत अपने नाम कर ली है। दोष भूमि के लिए लिया गया है। उसके नाम पर भूमि प्राप्त करने के अलावा, उसने इसी तरह कई व्यक्तियों को इसकी पेशकश की है। जिस जमीन को धोखे से अपने नाम कर लिया गया है, उसे 8 व्यक्तियों के नाम पर नामांकित किया गया है। मामला मजाक में नहीं था,

हालांकि पुलिस ने इसकी गंभीरता को नहीं समझा। एक चाल नहीं चली। जिसके बाद कश्मीर सिंह उच्च न्यायालय का रुख किया। वहां अपनी बड़बोलेपन को व्यक्त किया। कश्मीर सिंह ने कहा कि भूमि के माध्यम से मारे गए व्यक्तियों में से दो जीवित थे। इस पर, उच्च न्यायालय ने झनकान पुलिस से एक मामले को सूचीबद्ध करने का अनुरोध किया। रविवार को, अदालत के संगठन पर, पुलिस ने किरण तलवार, जरीन तलवार, सुरेंद्र कौर, सोहन सिंह, सतीश सक्सेना और दिलबाग सिंह सहित 15 व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच चल रही है।