वास्तुशास्त्र के अनुसार अगर आप घर में भगवान को फोटो या मूर्ति रखते है तो शुभ माना जाता है। और हमारी समस्याए भी दूर होती है और नकारात्मक शक्तिया भी घर में नहीं आती है। शिव जी ही इस सृष्टि के करता धर्ता है। शिव जी कहने पर ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी। इसीलिए शिव जी के भक्त बहुत है हर कोई उनकी फोटो घर में लगाते है …
भगवान शिव को संहार का देवता कहा जाता है। भगवान शिव सौम्य आकृति तथा रौद्ररूप दोनों के लिए प्रसिद्ध हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में देवी-देवताओं की प्रतिमा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती किन्तु प्रतिमाओं को लगाने के जो नियम हैं उनका पालन करना आवश्यक है। अगर गलत दिशा या गलत ढंग से घर में ईश्वर की प्रतिमा या मूर्ति लगी हो तो जीवन में संकट की वजह बन सकती है।
1. ध्यान रखें कि जिस फोटो में भगवान शिव मां पार्वती, बेटे गणेश तथा कार्तिक के साथ हों मतलब पूरे परिवार के साथ हों तो वो घर में लगाना शुभ होता है। इससे घर में विवाद तथा कलह नहीं होता। साथ-साथ घर के बच्चे आज्ञाकारी होते हैं।
2. भगवान शिव का निवास कैलाश पर्वत उत्तर दिशा में है। इस वजह से शिवजी की प्रतिमा अथवा फोटो उत्तर दिशा में लगाना उत्तम रहता है। भगवान शिव की ऐसी फोटो कभी नहीं लगाएं जिसमें भोले शंकर रोष मुद्रा में हों। ये विनाश का प्रतीक है।
3. घर की उत्तर दिशा में शिवजी की फोटो अथवा प्रतिमा ऐसे स्थान पर लगानी चाहिए जहां घर में आने-जाने वाले सभी लोग महादेव के दर्शन कर सकें। ऐसे में लोगों से आपके रिलेशन हमेशा अच्छे रहते हैं।
4. जिस फोटो में शिवजी प्रसन्न नजर आ रहे हों वो घर में लगानी शुभ मानी जाती है। नंदी पर विराजित शिवजी की फोटो लगाने से घर के बच्चों का ध्यान बढ़ता है।
5. शिवजी की फोटो और प्रतिमा जिस जगह पर लगी हो वो साफ-सुथरा होनी चाहिए। शिवजी के आस-पास गंदगी होने से घर के दोष बढ़ सकते हैं। जिससे धन-पैसे की कमी हो सकती है।
6. भगवान शिव की खड़ी मुद्रा की फोटो कभी भी अपने घर अथवा दफ्तर में नहीं लगानी चाहिए।