उत्तराखंड में कोरोना तबा”’ही और इसके बाद से शुरू हो गया है। क्राउन संक्रामक के आरेख में जल्दी से विकसित होने के सभी संकेत हैं। फिर, देहरादून के मसूरी से एक बेहद भयानक खबर सामने आ रही है। मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में तैयारी कर रहे 428 शिक्षार्थी अधिकारियों की एक सूची में से, दागी को खोजा गया है, जिसके बाद एक मिश्रण हुआ है। यदि आप यह नहीं बताते हैं कि लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी आधिकारिक कोचों को तैयार करने की पेशकश करती है। इसका एलबीएस अकादमी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जवाब दिया गया है। संस्थान अब 48 घंटे के लिए निर्धारित है। संस्थान प्रमुख डॉ। संजीव चोपड़ा ने भी इस खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि जैसा कि डीएम आशीष श्रीवास्तव के निर्देश से संकेत मिलता है कि स्वास्थ्य विभाग समूह पहुंच गया है और वहां स्थित 5 पड़ोस को नियंत्रण क्षेत्र बना दिया है। सभी दूषित को अलग किया जा रहा है और अन्य पर शोध किया जा रहा है। शुक्रवार देर रात 33 शिक्षार्थी अधिकारियों के अंदर क्राउन संदूषण की पुष्टि की गई थी, जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई थी।
कुल 428 प्रशिक्षु अफसर वर्तमान में 95वे फाउंडेशन कोर्स के लिए आईएएस, आईपीएस, आईएफएस इत्यादि केंद्रीय सेवाओं के लिए ट्रेनिंग लेने कैंपस में मौजूद हैं। लाल बहादुर शास्त्री अकादमी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी गई कि 33 प्रशिक्षुओं के अंदर कोरोना की पुष्टि हुई है। संक्रमितों को अलग क्वारंटाइन कर दिया गया है जबकि बाकी सभी का टेस्ट किया जा रहा है। 150 ट्रेनियों का टेस्ट हो चुका है जिनकी रिपोर्ट्स आनी बाकी हैं। बाकियों के टेस्ट की प्रक्रिया चल रही है। यूपीएससी पास करने वाले सफल कैंडिडेट्स को सरकारी पोस्टिंग दिए जाने से पहले मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में ट्रेनिंग दी जाती है।
पिछले महीने 95 वें फाउंडेशन कोर्स के तहत कुल 428 प्रशिक्षु अधिकारी प्रशिक्षण के लिए अकादमी पहुंचे थे और उनको अलग-अलग ग्रुप में ट्रेनिंग दी जा रही है। इनमें से 33 ट्रेनी अफसरों के अंदर कोरोना की पुष्टि होने के बाद सभी लोग बेहद चिंता में आ गए हैं। वह 33 लोग अन्य लोगों के संपर्क में भी आए होंगे। ऐसे में कोरोना फैलने का खतरा बना हुआ है। डीएम आशीष श्रीवास्तव ने बताया है कि अकादमी में स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेज दिया गया है। जरूरी सामान एवं दवाएं भी भिजवाई जा रही हैं। अगर किसी संक्रमित को बहुत अधिक दिक्कत है तो वहां पर एंबुलेंस भी रखी गई है। अगर किसी को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी तो उनको अस्पताल में उपचार दिलाया जाएगा