उत्तराखंड में ठंड ने बीते गुरुवार को पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रदेश में 17 दिसंबर को 10 सालों के बाद अधिकतम और न्यूनतम तापमान सबसे कम रहा। उत्तराखंड के सभी जिलों के अंदर कड़ाके की ठंड पड़ रही रही है और लोगों के ऊपर ठंड का कहर बढ़ता ही जा रहा है। जहां उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों के अधिकतम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी दिखाई दे रही है तो वहीं मैदानी जिलों में कड़ाके की ठंड के कारण लोगो को कोहरे की मार झेलनी पड़ रही है। चार धाम में अत्यधिक बर्फबारी हो रही है। केदारनाथ धाम में जमकर बर्फबारी हो रही है और बर्फबारी के कारण निचले क्षेत्रों में भीषण सर्दी पड़ रही है। 6 फीट से अधिक तक की बर्फ धाम में जम चुकी है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि धाम में किस हद तक बर्फबारी हो रही है। अधिक बर्फबारी के कारण नवंबर माह में धाम के अंदर चलने वाले सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्यों को स्थगित कर दिया गया है।
आप भी जानकर अचंभित रह जाएंगे कि इन दिनों धाम का तापमान -7 डिग्री से भी नीचे है। जी हां, भीषण बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम में 6 फीट से अधिक तक की बर्फबारी हो चुकी है। केदारनाथ धाम के कपाट बीते 16 नवंबर को लोगों के लिए बंद कर दिए गए थे और तब से लेकर लगातार केदारनाथ में बर्फबारी हो रही है जिसका असर निचले क्षेत्रों में साफ देखा जा सकता है। केदारनाथ में हो रही बर्फबारी के कारण निचले क्षेत्रों में जमकर ठंड पड़ रही है। धाम के अंदर अत्यधिक बर्फबारी के कारण वहां पर तैनात सभी पुलिसकर्मी और जवान नीचे लौट आए हैं। कहा जा रहा है कि धाम में इन दिनों बस एक साधु निवास कर रहे हैं जो कि वहीं पर रहते हैं और उनके अलावा धाम में कोई भी मौजूद नहीं है। बर्फबारी के कारण नवंबर महीने में चल रहे सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्यों को स्थगित कर दिया गया है। अब यह तभी शुरू हो पाएंगे जब धाम में बर्फबारी कम होगी।
उत्तराखंड में पिछले गुरुवार राज्य में सबसे हाल के 10 वर्षों में सबसे ठंडा था। जैसा कि मौसम विज्ञानियों द्वारा संकेत दिया गया है, 17 दिसंबर सबसे कम और सबसे कम तापमान था और 10 वर्षों के बाद देखा गया है। दिसंबर के प्रमुख पखवाड़े में, इस तरह के वायरस सबसे हाल के 10 वर्षों के लिए बिना मिसाल के हुए हैं। गुरुवार को राज्य में बहुत अधिक धुंध थी और धुंध के साथ वायरस की लहर के कारण एक टन ठंडा झुकाव था। जैसा कि मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा संकेत दिया गया है, व्यक्तियों को अगले 5 दिनों तक ठंड से निजात नहीं मिलेगी, अगले 5 दिनों तक राज्य में वायरस की तबाही जारी रहेगी। वायरस की लहर के कारण, वायरस बढ़ेगा और इसी तरह तापमान महसूस होगा। मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों के लिए बर्फ के आघात के लिए एक पीली सावधानी बरती है। दरअसल, आज भी उत्तराखंड के हरिद्वार और उधमसिंह नगर सहित कई क्षेत्रों में चरम वायरस का आंकड़ा है और मौसम विभाग ने कई क्षेत्रों में शीत लहर के कारण लोगों को अंदर ही रहने के लिए प्रोत्साहित किया है। मौसम संबंधी फोकस ने कुछ स्थानों के लिए कोल्ड डे की स्थिति से संबंधित चेतावनी दी है, जैसे कि व्यक्तियों को ठंड से बचने के लिए चेतावनी दी गई है। जैसा कि आज मौसम विज्ञानियों द्वारा संकेत दिया गया है कि खेतों में धुंध और ऊबड़ क्षेत्रों में बर्फ होने की संभावना है। रविवार से जलवायु में सुधार की आवश्यकता है।