उत्तराखंड में स्वरोजगार इस समय कितना जरूरी है यह हम सबको पता ही है। कोरोना काल में कई युवा अपनी नौकरियों से हाथ धो बैठे हैं और उन्होंने वापस उत्तराखंड की ओर रुख किया है। वापस आने के बाद एक ओर युवाओं के सामने रोजगार बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है। वहीं उत्तराखंड सरकार भी अब स्वरोजगार के ऊपर काफी अधिक जोर लगा रही है और अपनी ओर से युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने का पूरा प्रयास कर रही है। हाल ही में “मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना” के तहत राज्य सरकार द्वारा राज्य के तकरीबन 10,000 युवाओं को सौर ऊर्जा के स्वरोजगार से जोड़ने की शानदार मुहिम चलाई गई है। काफी समय से प्रतीक्षित मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना को धरातल पर लाने का आदेश आखिरकार जारी हो चुका है।
ऐसा ही एक किस्सा सामने आया है ताकुला विकासखंड के डौनी गांव में इस किसान ने 8 फीट ऊंचा शिमला मिर्च का पेड़ उगाया है। किसान का दावा है कि इस पेड़ से वह अब तक 10 किलोग्राम से ज्यादा शिमला मिर्च प्राप्त कर चुका है। कान ने उद्यान विभाग से अपने शिमला मिर्च के पेड़ को रिकॉर्ड बुक में दर्ज करने की अपील की है।
किसान नारायण सिंह मेहरा ने अपने बगीचे में चार महीने पहले शिमला मिर्च के पौधे लगाए थे। उनमें से 10 पेड़ अब भी मौजूद हैं। उनमें से एक शिमा मिर्च का पोड़ संतरे के पेड़ के सहारे 8 फीट ऊंचाई तक जा पहुंचा। किसान के भतीजे किशन सिंह मेहरा मुताबिक, उनके चाचा नारायण सिंह ने शिमला मिर्च के पेड़ में गोबर की खाद का इस्तेमाल किया। उनका दावा है कि अभी तक इतना ऊंचा और इतना फलदार शिमला मिर्च का पेड़ शायद किसी ने नहीं उगाया गया है।
सोशल मीडिया के ज़रिए शिमला मिर्च के पेड़ की जानकारी मिली
उद्यान विभाग के सहायक विकास अधिकारी ताकुला चंदन वाल्मीकि ने बताया है कि उन्हें सोशल मीडिया के जरिए शिमला मिर्च के पेड़ के बारे में सूचना मिली है। वो जल्द ही नारायण सिंह मेहरा के बगीचे में जाकर पेड़ का निरीक्षण करेंगे और विभागीय मानकों के मुताबिक, जो भी संभव होगा इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को सूचित करेंग।