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उत्तराखंड में ईमानदारी जिन्दा है..

मिसालें जिन्दा रहनी चाहिए मिसालें समाज को रास्ता दिखाने का सबसे सही किस्सा होती हैं। खासतौर पर उत्तराखंड की बात करें तो कई मिसाल ऐसी हैं, जो वास्तव में समाज के लिए प्रेरणादायक हैं। आज की कहानी कोटद्वार की है। जरा सोचिए आपको सड़क पर 5 लाख के नोटों की एक गड्डी मिल जाए तो आप क्या करेंगे? जाहिर है कि एक बार के लिए मन विचलित हो सकता है। लेकिन धन्य हैं उत्तराखंड के ये लोग, जिनके दिलों में ईमानदारी जिन्दा है।

कोटद्वार के झंडा चौक पर एक नौजवान को एटीएम के करीब 5 लाख के नोटों का एक पैकेट मिला। वास्तव में, इस प्रकरण को एसबीआई एटीएम के करीब माना जा रहा है। 5 लाख के नोटों के ढेर को देखकर युवाओं के विचार पर कब्जा नहीं किया। ट्रैफिक पुलिस के सिपाही रोहित सैनी जब ज़िम्मेदारी निभा रहे थे, तब किशोर को रोहित सैनी का पूरा समूह मिला। जब नोटों को ऊंचा किया गया था उस समय यह पूर्ण रूप से 5 लाख रुपये था। पांच लाख का यह उपाय एसएसआई प्रदीप नेगी के पास रखा गया था। इष्ट वे व्यक्ति हैं जिनके लिए आज भी वास्तविकता एक निश्चित धर्म है।