कोरोना वैक्सीन … यह केवल एक वैक्सीन नहीं बल्कि देश के करोड़ों लोगों के लिए अपेक्षित है। भारत में कोरोना दवा और वैक्सीन के उपयोग को आपातकालीन स्वीकृति मिल गई है। वैक्सीन अभी तक बाजार में बिक्री के लिए नहीं आया है, लेकिन इसके नाम पर, धोखेबाजों ने लोगों को चाटने का काम शुरू कर दिया है। कोरोना के डर से, ठगों ने कोविद के टीके को ठग का नया हथियार बनाना शुरू कर दिया है। अगर आपके पास कोरोना वैक्सीन बुक करने के लिए किसी का फोन है तो सावधान रहें। उधम सिंह नगर में, ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहाँ ठगों ने वैक्सीन के नाम पर लोगों को ठगने की कोशिश की। अब साइबर सेल ने ऐसे ठगों के खिलाफ लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है।
देश के वैज्ञानिक कोविड वैक्सीन विकसित करने में सफल रहे हैं। भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने जा रहा है। वैक्सीनेशन की तैयारी के बीच वैक्सीन के नाम पर लोगों को ठगने वाले जालसाजों का गिरोह पुलिस के लिए नया सिरदर्द बन गया है। जालसाज न सिर्फ लोगों को कॉल कर रहे हैं, बल्कि कोविड-19 के टीके के नाम पर लिंक भी भेज रहे हैं। कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी की कोशिश के तीन मामले खटीमा और जसपुर से सामने आ चुके हैं। जालसाज कॉल कर लोगों से आधार कार्ड की डिटेल और ओटीपी की जानकारी मांग रहे हैं। रजिस्ट्रेशन के नाम पर लोगों से उनके अकाउंट की डिटेल और मोबाइल पर आए ओटीपी की सूचना मांगी जा रही है। इस तरह की जानकारी देने से बैंक खातों से रकम उड़ाई जा सकती है।
एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ऐसे किसी लिंक पर क्लिक न करें। लिंक को खोलने से बैंक खातों का डेटा चोरी होने के साथ रुपयों की ठगी हो सकती है। फिलहाल वैक्सीन के लिए किसी तरह के रजिस्ट्रेशन नहीं कराए जा रहे हैं। राज्य में पिछले कुछ दिनों से ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं। जिसे देखते हुए साइबर सेल हरकत में आ गया है। राज्य समीक्षा का आप सबसे निवेदन है कि कोरोना वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर आ रहे फोन कॉल का विश्वास ना करें। किसी अनजान व्यक्ति को अपने बैंक अकाउंट, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड और आधार कार्ड की डिटेल ना दें। कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का दावा करने वाले किसी भी तरह के ऐप को डाउनलोड ना करें।