उत्तराखंड में बर्ड फ्लू में बढ़ोतरी को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है। कोरोना वायरस के बाद बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों ने अब राज्य सरकार को काफी चिंता में डाल दिया है। पड़ोसी राज्यों उत्तराखंड में भी बर्ड फ्लू तेजी से फैल रहा है। अब तक उत्तराखंड में 700 से अधिक पक्षी मृत पाए गए हैं। ऐसे में मुर्गी फार्मों और चिड़ियाघर के आसपास के विशेष स्थानों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उत्तराखंड में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद से राज्य में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है। इस बीच, कोटद्वार से भी एक बुरी खबर आ रही है। कोटद्वार में बर्ड फ्लू ने भी दस्तक दे दी है। शुक्रवार को कोटद्वार में कौवे मृत पाए गए, जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया। आज भी कोटद्वार में कई जगहों पर मृत पक्षी पाए गए हैं। तब से हलचल मची हुई है। श्रीनगर, कोटवार में एसएसबी परिसर में दो कौवे मृत पाए गए हैं, जबकि कीर्तन नगर में एक कबूतर मृत पाया गया है। प्रशासन ने उनके नमूने जांच के लिए भेज दिए हैं। इसे देखते हुए इन क्षेत्रों में पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
दरअसल बीते शुक्रवार को मिले मृत कौओं के अंदर बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद से प्रशासन ने मृत कौओं के आसपास के 1 किलोमीटर क्षेत्र को इनफेक्टेड और 10 किलोमीटर क्षेत्र को सर्विलांस क्षेत्र घोषित कर दिया है और इस क्षेत्र में अंडा, मछली और चिकन की बिक्री पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दी है। प्रशासन की टीम ने पोल्ट्री सामान बिक्री दुकानों को भी चिन्हित करके उनको सावधान रहने का नोटिस जारी कर दिया है। कोटद्वार के उप जिला अधिकारी योगेश मेहरा का कहना है कि 1 किलोमीटर क्षेत्र को इनफेक्टेड घोषित कर दिया है और इन क्षेत्रों में पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है। जो भी इन क्षेत्रों में पोल्ट्री उत्पाद बेचता हुआ पाया जाएगा उसके ऊपर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
आपको बता दें कि कोटद्वार शहर लैंसडौन वन प्रभाग क्षेत्र में आता है और यहां पर जंगल में काफी पक्षी पाए जाते हैं। इसको देखते हुए वन विभाग ने कोटद्वार में अलर्ट जारी कर दिया है। बीते शुक्रवार को भी कोटद्वार में मृतक पक्षी मिले थे। आज भी कोटद्वार के अंदर मृतक पक्षी मिलने के बाद वन विभाग सतर्क हो गया है। सरकार लोगों से यह अपील कर रही है कि अगर किसी को कोई भी पक्षी मृत मिलता है तो उसको छुएं नहीं और ना ही उस को दफनाने की कोशिश करें। पक्षी के मृत पाने पर वन विभाग को इस बात की सूचना दें। वहीं सभी जिलों में अब हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए जाएंगे। प्रदेश में बर्ड फ्लू के केस बढ़ने के बाद वन मंत्री हरक सिंह रावत ने भी वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे प्रदेश के सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।