उत्तरकाशी के व्यक्तियों को उनके रक्त और पसीने को खोने के समान दिखता है। कई व्यक्तियों ने यहां मेल सेंटर में एक निवेश खाता खोला। पाई को बख्शने के बाद, उन्होंने रिकॉर्ड में कुछ नकद रखा था, फिर भी स्थानीय लोगों के इस योग्य वेतन को डाक इक्का दुक्का देखा गया। जिस व्यक्ति के पास नकदी के बारे में सुनिश्चित करने का दायित्व था, वह अपनी योग्य नकदी के साथ भाग गया। कई व्यक्तियों से लगभग डेढ़ करोड़ रुपये छीनने के लिए इक्का दुक्का आरोप लगाए गए हैं। अपनी अच्छी तरह से योग्य नकदी वापस पाने के लिए शहरवासी शहर में परेशान हैं। कई निवासी मंगलवार को स्थानीय केंद्रीय कमान में पहुंचे और डीएम से अनुरोध किया कि वे अपनी अच्छी तरह से योग्य नकदी वापस लें और दोषियों को पकड़ें। दरअसल, आज भी मेलिंग स्टेशन के निवेश खाते को देश के क्षेत्रों में नकदी के भंडारण के लिए सबसे भरोसेमंद माना जाता है, फिर भी उत्तरकाशी के एक भयानक पोस्ट ने इसके अलावा इसे तोड़ दिया। मामला डुंडा ब्लॉक के थाटी धनारी कस्बे का है। यहां के टाउन मेलिंग स्टेशन में, व्यक्ति अपने निवेश खाते, कन्या धन योजना और विभिन्न योजनाओं में लंबे समय से नकदी रख रहे थे। व्यक्तियों ने सोचा कि उनकी नकदी को आश्रय दिया गया था, फिर भी यह केवल उनका धोखा था।
पोस्ट मास्टर धर्म शाह गांव वालों की रकम को उनके खाते में जमा करने के बजाय उड़ाता रहा और खाली पासबुक पर एंट्री करता रहा। मामले का खुलासा तब हुआ, जब कुछ ग्रामीण अपने खातों से पैसे निकालने पहुंचे। वहां जाकर पता चला कि उनके खातों में 90 फीसदी धनराशि तो जमा ही नहीं हुई थी। एक अंदाजे के मुताबिक पोस्ट मास्टर ने 18 गांवों के 1500 ग्रामीणों को चूना लगाकर डेढ़ करोड़ रुपये डकार लिए। मेहनत की कमाई के यूं लुटने के बाद ग्रामीण सदमे में हैं। ग्रामीणों ने गंगोत्री विधायक से भी मुलाकात की और आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की। ग्रामीण बोले कि उनकी कई सालों की जमा पूंजी चली गई है और इस मामले में अभी तक पुलिस ने कुछ भी नहीं किया। जबकि आरोपी पर मुकदमा होने के बाद भी वह खुलेआम घूम रहा है। वहीं गंगोत्री के विधायक गोपाल रावत का कहना है कि इस मामले को राजस्व पुलिस से लेकर रेगुलर पुलिस को सौंप दिया गया है। प्रशासन पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह जल्द से जल्द ग्रामीणों के पैसे वापस दिलवाए।