ऐसी परिस्थिति में, इससे पहले विकल्पों की खोज करना महत्वपूर्ण है। व्यक्तियों को कभी-कभार रुकने के लिए नियम दिए जा रहे हैं। इसी तरह, ऑड-ईवन फ्रेमवर्क के निष्पादन को पूर्व निर्धारित समय के लिए दिल्ली की तर्ज पर माना जा रहा है। इस गेम प्लान को डिजाइन करने के लिए दून पुलिस से संपर्क किया गया है। इसी तरह वाहन गतिविधि से जुड़े संबद्धता और संघों की भागीदारी को देखने की आवश्यकता होगी ताकि यातायात को सुचारू रखा जा सके।
परिजनों ने थाने में दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लोकेशन ट्रेस हुई तो पता चला कि दोनों देहरादून के डोईवाला में हैं। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों युवतियों को थाने लाकर उनके परिजनों को सौंप दिया। घटना को लेकर पूरे शहर में चर्चा हो रही है। चलिए आपको पूरा मामला भी बताते हैं। यूपी के हापुड़ जिले में एक जगह है बाबूगढ़। यहां गांव में रहने वाली दो युवतियां एक ही साथ सिलाई सीखती थीं। इसके लिए दोनों शहर जाती थीं। साथ में बीतने वाले ये पल दोनों को नजदीक ले आए।
दोनों ने दोस्ती से आगे बढ़कर एक दूसरे के साथ जिंदगी बिताने का फैसला कर लिया। दोनों जानती थीं कि समाज और परिवार उनके रिश्ते को कबूल नहीं करेंगे। इसलिए वह 27 अक्टूबर को घर से निकल गईं। हापुड़ से भागने के बाद दोनों देहरादून पहुंचीं और यहां अपना हुलिया भी बदल लिया। इनमें से एक लड़की ने पुरुषों की तरह बाल कटाए और उन्हीं की तरह कपड़े भी पहनने लगी।
समलैंगिक विवाह से पहले दोनों ने करवा चौथ के लिए खरीददारी भी की थी। वहीं जब परिजनों ने दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई तो पुलिस ने दोनों युवतियों का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिया। उनकी लोकेशन देहरादून में मिली। जिसके बाद हापुड़ पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों युवतियों को बरामद कर अपने साथ ले गई। दोनों युवतियों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।