उत्तराखंड जॉब पर्यटक के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से है उत्तराखंड में पहाड़ पहाड़ियां नदियां झरने खूबसूरत वादियां खूबसूरत मंदिर घूमने के लिए प्राचीन स्थल आधी है जो पर्यटकों को उत्तराखंड आने के लिए लुभाते हैं उत्तराखंड चाहे अपनी वादियों की वजह से जाना जाता हो पर उत्तराखंड अपनी हरियाली खूबसूरत जानवर पक्षियों के लिए भी जाना जाता है। उत्तराखंड के राष्ट्रीय उद्यान पर्यटको के लिए प्राकृतिक सुन्दरता से लेकर वन्यजीवों तक बिभिन्न आकर्षण प्रदान करता है।
स्वागत के लिए तैयार
कोविड 19 के कारण उत्तराखंड को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। वैसे अब उत्तराखंड ने अपने दरवाज़े टूरिस्ट्स के लिए खोल दिए हैं, लेकिन फिर भी टूरिस्ट्स का जमावड़ा नहीं लग रहा है। इसी बीच उत्तराखंड सरकार ने कई ऐसी स्कीम निकाली है जिसके तहत टूरिस्ट्स को यहां घूमने के लिए लुभाया जा सके
उत्तराखंड पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण केंद्र है और इसकी अर्थिकी का मुख्य आधार है कोविड-19 की वजह से पर्यटको के आने जाने पर प्रतिबंध लग गया था और पर्यटन तबाह हो गया था वही अनलॉक और में पर्यटकों को आवाजाही की छूट मिल गई है पर्यटक से गुलजार रहने वाले पर्यटन स्थलों की रौनक चली गई थी। उत्तराखंड को पर्यटन प्रदेश के रूप में पहचान मिली है। पर्यटन यहां की आर्थिकी का मुख्य आधार है, लेकिन मार्च में प्रदेश को कोविड-19 की ऐसी नजर लगी कि पर्यटन संबंधी सभी गतिविधियां अचानक थम गईं।
पर्यटकों से गुलजार रहने वाले उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों की रौनक चली गई। पर्यटक स्थल वीरान हो गए। अब अनलॉक में मिली छूट के बाद उत्तराखंड की खूबसूरत वादियां एक बार फिर पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार हैं। जल्द ही देशभर के सैलानी यहां बेरोक-टोक आ सकेंगे। राज्य सरकार सैलानियों के प्रवेश के लिए बनाए गए कड़े नियमों में बड़ी छूट देने की तैयारी कर रही है। देशभर में कोरोना के चलते 5 महीने पहले लगे लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक शुरू हो गया है, लेकिन उत्तराखंड के मशहूर पर्यटक स्थलों में अब भी वीरानी छाई है। कोरोना संक्रमण काल ने उत्तराखंड के पर्यटन की कमर तोड़ के रख दी है। अब राज्य सरकार पर्यटकों के लिए नियम-कायदों में थोड़ी छूट देने की बात कह रही है, ताकि प्रदेश में पर्यटन संबंधी गतिविधियां दोबारा शुरू हो सकें।
अर्थव्यवस्था को देख लिया गया फैसला।
सैलानियों के आने पर लगाई गई कड़ी शर्तों के चलते होटल कारोबारियों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। नियमों में ढील मिलेगी तो होटल कारोबारी और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को बड़ा सहारा मिलेगा। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा को प्रदेश से बाहर के लोगों के लिए पहले ही खोल चुकी है। अब यहां एक बार फिर से पर्यटन गतिविधियां शुरू करने की तैयारी चल रही है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उन्होंने नियम कायदों में थोड़ी ढील देने के लिए मुख्यमंत्री से बात की है। मुख्यमंत्री ने भी जल्द ही इस पर योजना बनाने की बात कही। पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यवसायी भी पर्यटकों के लिए लगी पाबंदियों में ढील देने का समर्थन कर रहे हैं। पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि जिस तरह राज्य सरकार ने प्रदेश के बाहर के यात्रियों को चारधाम यात्रा की अनुमति दी, उसी तरह यहां एडवेंचर स्पोर्ट्स और दूसरी पर्यटन संबंधी गतिविधियां भी संचालित की जानी चाहिए, ताकि पर्यटक एक बार फिर यहां रुक सके और सैर-सपाटे का लुत्फ उठा सकें। इससे कई लोगों को रोजगार मिलेगा, प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
पर्यटन को हुआ काफ़ी नुकसान
उत्तराखंड जा पर्यटन के लिए एक बड़ा केंद्र है वही इस फैसले की वजह से उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ था। उत्तराखंड में कई ऐसे पर्यटन स्थल है जहां लोग काफी दूर दूर तक घूमने आते हैं देश हो या विदेश हर जगह के पर्यटक यहां घूमने आते हैं इसी को मद्देनजर रखते हुए केंद्र सरकार ने फैसला लिया है। और कोविड-19 की वजह से पर्यटन को हुए नुकसान की पूर्ति के लिए यह फैसला लिया गया है इस से उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को दोबारा से उठाने के प्रयास किए जा रहे हैं।