इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी गौरव अग्रवाल ने बताया कि राधिका जब झाड़ियों के करीब पहुंची, तभी मग’र’म’च्छ’ ने ह’म”ला” किया. मग’रमच्छ राधिका को अपने ज’ब’ड़े’ में दबा’क’र’ ग’ह’रे’ ‘पा’नी’ में चला गया. उन्होंने कहा कि इलाके में म”ग”रम”च्छ की तला’श’ के लिए अभियान चलाया जा रहा है. मग’र’म’च्छ को पक’ड़’क’र’ ‘कहीं ऐसे स्थान पर गहरे पानी में छो”ड़” दिया जाएगा, जहां लोगों की आवा’जा’ही ‘कम होती है
जानकारी के मुताबिक रायसी क्षेत्र के कुडी नेतवाला गांव निवासी जयेंद्र का बाणगंगा के करीब खेत है. 25 सितंबर को जयेंद्र अपनी पत्नी के साथ खेत में काम करने गए थे. जयेंद्र के साथ उनकी 8 साल की मासूम बेटी राधिका भी थी. बाणगंगा में उगे फूल देख राधिका तोड़ने की ललक लिए चली गई. बाणगंगा में कई जगह पानी भरा हुआ है.
फूल तोड़ने गई थी बच्ची
पानी में लगी जलकुंभी में छिपे मगरमच्छ ने राधिका पर ह’म’ला’ बोल दिया.उसे अपने जबड़ों में दबोच लिया। राधिका के साथ मौजूद बच्ची ने शोर मचाया, तो खेत में जा रहे एक ग्रामीण शोर सुनकर बच्ची के पाल पहुंचा। बच्ची ने राधिका को मगरमच्छ के खींचकर ले जाने की बात बताई। इसके बाद ग्रामीण ने शोर मचाया। शोर सुनकर उसके परिजन व अन्य ग्रामीण मौके पर आ गए। काफी देर तक तलाश करने पर बच्ची का शव बरामद किया जा सका। उसके साथ गई बच्ची ने भागकर इसकी जानकारी परिजनों को दी. परिजन भागकर मौके पर पहुंचे, लेकिन वह नहीं मिली. परिजनों ने इसकी जानकारी तत्काल वन विभाग के कर्मचारियों और पुलिस को दी. मौके पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों और पुलिस टीम ने काफी खोजबीन के बाद मासूम का शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया.
वन अधिकारी क्या कहते है?
उत्तराखंड में अपने मां-बाप के साथ खेत गई एक 8 साल की मासूम को मगरमच्छ ने निवाला बना लिया. दिल दहला देने वाली यह घटना लक्सर के रायसी क्षेत्र के बाणगंगा इलाके की है. बताया जाता है कि लड़की, बाणगंगा में फूल देख आकर्षित होकर तोड़ने गई थी, लेकिन मगरमच्छ का निवाला बन गई. इस घटना को लेकर इलाकाई नागरिकों में वन विभाग के प्रति रोष है.