आज हम आपको एक ऐसी लड़की की कहानी सुनाने वाले हैं जिसमें इतिहास रच दिया है का नाम है। गुरलीन चावला जो उत्तर प्रदेश के छोटे से से झांसी की रहने वाली है उन्हें ऐसा कारनामा कर दिखाया जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता उन्होंने पहले तो लो से ग्रेजुएशन की और उसके बाद उनका ज्यादातर ध्यान खेती में रहता था मुझे कारण है। 23 वर्षीय गुरलीन चवला (Gurleen Chawla) ने इसी साल पुणे से लॉ से ग्रेजुएशन किया है। लॉकडाउन में वह घर आई थी। काफ़ी समय तक घर पर खाली रहने पर उन्होंने सोचा क्यों ना कुछ नया किया जाए। चूंकि बचपन से ही उन्हें बागवानी करने का शौक था इसलिए उन्होंने अपने घर पर ही स्ट्रॉबेरी के कुछ पौधे को लगा दिए। उन्होंने देखा कि कुछ ही दिनों के अंदर स्ट्रॉबेरी के पौधे से फल आने लगे थे, जो काफ़ी टेस्टी भी थे। यहीं से उन्हें स्ट्रॉबेरी के खेती की प्रेरणा मिली।
20 हजार स्ट्रॉबेरी के पौधे खरीद कर लाई
गुरलीन (Gurleen Chawla) ने बताया कि घर पर पौधे लगाने के बाद उन्होंने ऑनलाइन स्ट्रॉबेरी की खेती के विधि को सीखा। इसमें उनके पिता ने भी पूरा सहयोग किया। उनके पास बुंदेलखंड में 4 एकड़ की बंजर जमीन ऐसे ही पड़ी थी। जहाँ किसी चीज की खेती नहीं होती थी। उसके बाद गुरलीन ने अक्टूबर महीने में बाजार से 20 हजार स्ट्रॉबेरी के पौधे खरीद कर लाई और अपने 4 एकड़ जमीन में से डेढ़ एकड़ जमीन पर उन पौधों को लगा दिया। उसके बाद सिर्फ 2 महीने के अंदर ही यानी दिसम्बर तक उसमें फल आ गए। उन फलों को बेचने के लिए गुरलीन ने पहले वहाँ के स्थानीय बाजारों से ही संपर्क किया। जिसके बाद बहुत ही आसानी से उनके सारे स्ट्रॉबेरी के फल बिक गए।
“झांसी ऑर्गेनिक्स” नाम की वेबसाइट बनाई
अब गुरलीन ने खेती करने के साथ-साथ “झांसी ऑर्गेनिक्स” नाम से अपना एक वेबसाइट भी बना लिया है। जहाँ से लोग स्ट्रॉबेरी को खरीदने के लिए आसानी से ऑर्डर कर सकते हैं। वर्तमान समय में गुरलीन अपने 7 एकड़ जमीन पर स्ट्रॉबेरी की खेती के साथ-साथ बाकि सब्जियाँ भी उगा रही हैं। उन्होंने बताया कि उनके फार्म में हर दिन लगभग 70 किलो स्ट्रॉबेरी का उत्पादन हो रहा है। जिसे बाजारों में बेचने पर प्रतिदिन लगभग 30 हजार रुपये की बिक्री हो जाती है।
गुरलीन की स्ट्रॉबेरी की खेती को देखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन्हें झांसी में आयोजित स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल का ब्रांड अंबेसडर भी बनाया है। उस फेस्टिवल में गुरलीन अपने उत्पादन को बेचने के साथ-साथ बाक़ी किसानों को स्ट्रॉबेरी की खेती की ट्रेनिंग भी दे रही हैं। इतना ही नहीं उनके कामों की तारीफ तो हमारे देश के प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने भी की है और प्रधानमंत्री ने उनका ज़िक्र मन की बात में भी किया है।