आपको यह बात सुनकर बड़ी हैरानी होगी कि किसी लड़की ने फैशन डिजाइनिंग का कोर्स छोड़ा और उसके बाद रखा राजनीति में अपना कदम। लेकिन सच बात तो यह है कि अलवर की रहने वाली प्रियंका राजनीति विज्ञान की पढ़ाई करने के बाद फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया और उसके बाद उन्होंने नौकरी न करने का फैसला लिया। उनका मैन उद्शेय था कि वह गांव आने के बाद यहां की महिलाओं की स्थिति को और सुधार सके। गांव की मनोदशा बदल सके ताकि उनका गओ भी आगे बढ़े
दरअसल प्रियंका नरूका अलवर जिले के थानागाजी क्षेत्र के अजबपुरा गाँव की रहने वाली हैं। राजनीति विज्ञान की पढ़ाई करने के बाद प्रियंका जयपुर के एलएन इंस्टीट्यूट, ज्योति बाई फुले यूनिवर्सिटी से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स की है। पढ़ाई के दौरान वह जब भी अपने गाँव आती थी तो वह बहुत दूर-दूर से महिलाओं को हैंडपंप और बोरिंग से पानी ढोते हुए देखती थी। इस बात का प्रियंका को बहुत बुरा लगता था। इसीलिए उन्होंने फैशन डिजाइनिंग में अपने करियर को ना तलाश कर राजनीति का रुख किया।
पत्रिका कि रिपोर्ट के अनुसार, प्रियंका ने चुनाव लड़ने के दौरान महिलाओं से यही कहा था कि वर्षों से तो पुरुषों को ही नेता चुना गया है। एक बार उन्हें भी मौका ज़रूर दिया जाए, ताकि वह महिलाओं के हित में कुछ कर सके और ऐसा ही हुआ जब प्रियंका सिर्फ़ 26 साल की उम्र में अपने पहले ही प्रयास में चुनाव में जीत गई। अपनी मेहनत और अपने दृढ़ संकल्प में वह सफल हुई और अपने गाँव की सरपंच बन गई।
अब प्रियंका अपने गाँव में स्कूटी पर दिखती है। बदलाव के क्षेत्र में उनकी पहली प्राथमिकता है पानी और बिजली की समस्या को दूर करना ताकि वहाँ की महिलाओं को मीलों दूर जाकर पानी न ढोना पड़े। वैसे उनके लिए ये रास्ता तो बहुत मुश्किल है, मगर युवा वाली जोश भी कम नहीं है। क्योंकि हमारे देश के युवाओं में इस तस्वीर को बदलने का भी दम है। वह ज़रूर अपने इस मकसद में कामयाब होंगी।