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ऑक्सीजन के लिए दिल्ली के वनीत जैन ने घर की छत पर 5000 से भी ज़्यादा लगाए पेड़ पौधे – छत को खूबसूरत गार्डन में कर दिया तब्दील

कहते हैं ना कि यदि कुछ अलग कर गुजरने की ठान ली हो तो देश काल परिस्थिति भी आपको आपके इरादे से हिला नहीं सकती, कुछ ऐसा ही किया है दिल्ली में रहने वाले वनित ने। वनित को पेड़ पौधे से बेहद लगाव है वे अपने घर की छत में 5000 से भी ज़्यादा पेड़ पौधे लगाकर उन्होंने अपने प्रकृति प्रेमी होने का प्रमाण दिया है।

वनित पेशे से ऑटो मोबाइल व्यवसायी हैं

वनित जैन पेशे से एक ऑटोमोबाइल व्यवसायी हैं। दिल्ली के करोलबाग में उनका ऑटोमोबाइल पार्ट्स का कारोबार है। उनकी वाइफ संगीता जैन एक फैशन डिज़ाइनर है। छुट्टी वाले दिन वह अपने परिवार के साथ ज़्यादा से ज़्यादा समय अपने गार्डन में बिताते हैं।

काम के सिलसिले में तलवाड़ा से आए थे दिल्ली

वनित ने ‘द बैटर इंडिया‘ को बताया कि वे लगभग 35 साल पहले तलवाड़ा जो पंजाब और हिमाचल प्रदेश के सीमा पर है, से नौकरी की तलाश में दिल्ली आये थे और फिर यहीं के होकर रह गये। वे पहले किराए के मकान पर रहते थे, जहाँ पर उन्होंने 400-500 पेड़ों से शुरुआत की। फिर उन्होंने ख़ुद का घर बनाया लेकिन इन सबके साथ उन्होंने अपनी गार्डनिंग जारी रखी। उन्होंने अपने घर की छत को गार्डन में बदल दिया है।

उनके इस टेरेस गार्डन को लगभग 15 साल हो चुके हैं। और इस गार्डन में अनगिनत पेड़ पौधे हैं। वनित जिस सोसाइटी में रहते हैं उस सोसाइटी के रास्ते से बहुत से लोग दूध लेने आते थे, वनित उन्हें यह कहकर उन्हें प्रेरित करते थे कि जाते समय दूध के खाली बर्तन में पानी भरकर ले जाएँ और रास्ते में पेड़ों को पानी दे दें और लौटते समय उसी बर्तन में दूध ले आया करें। धीरे-धीरे लोगों की यह आदत बन गई। पेड़ पौधों के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझाने का प्रयास किया है वनित ने।

टेरिस गार्डन में है 30 तरह के फलों के पौधे

उनके टेरेस गार्डन में 30 तरह के अलग-अलग फलों के पेड़ पौधे हैं जिनमें से सेब, शहतूत, आडू, खुमानी, अमरूद जैसे पेड़ पौधें शामिल हैं। सभी पौधें उन्होंने गमलों में लगाए हैं। वनित के अनुसार “पेड़ पौधों की अगर सही से देखभाल की जाए तो कम जगह, कम मिट्टी में भी गार्डन बना सकते हैं“। उनका पेड़ पौधों से प्रेम इतना गहरा है कि अगर रास्ते में कोई पौधा मुरझाया हुआ दिख जाए तो उसकी सिंचाई करना शुरू कर देते हैं और अगर रास्ते में कोई पेड़ या पौधा ट्री गार्ड से बाहर आ जाए तो उसे सीधा कर उसकी देखरेख में लग जाते हैं।

फ्रेंच एअरहोस्टेस ने मैगजीन में छपाई तस्वीर

कुछ साल पहले वनित के गार्डन को एक फ्रेंच एयर होस्टेस देखने आई थी उन्होंने गार्डन की बहुत-सी तस्वीरें ली और किसी मैगजीन में तस्वीर छपवा दी लेकिन वनित को इस बात का काफ़ी समय बाद पता चला। वनित के अनुसार “अगर मैं गार्डनिंग में किसी की मदद कर सकता हूँ तो मुझे ज़रूर करनी चाहिए”।

लॉकडाउन के दौरान कई घरों में पहुँचाई सब्जियाँ

कोरोना जैसे गंभीर वायरस से देश क्या पूरा विश्व जूझ रहा है इसी कारण देश की सरकार ने लॉक डाउन की घोषणा कि थी। इसी दौरान वनित को काफ़ी समय मिला तो उन्होंने एक-एक पौधों की ख़ुद देखभाल की और बहुत-सी सब्जियाँ उगाई उन्होंने लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थिति में भी लोगों के घर अपने गार्डन से सब्जियाँ पहुँचाई। अपनी गार्डन के लिए उन्होंने एक वाटरफॉल भी बनवाया है। केवल छत ही नहीं बल्कि उन्होंने अपने घर में बालकनी में और घर के अंदर भी बहुत से सुंदर पेड़ पौधे लगाए हैं।

उपहार स्वरूप भेंट करते हैं पेड़ पौधे

जितने पौंधे वनित ने गार्डन में लगाए हैं उनमें से कई पौंधे वे अपने मित्र अपने शुभचिंतकों, रिश्तेदारों व पड़ोसियों को उपहार स्वरूप भेंट कर चुके हैं। जब भी उन की हार्वेस्ट आती है तो वे अपने पड़ोसियों में भी बांटते हैं। वनित पेड़-पौधे तो अपने घर के दरवाजे पर रख देते हैं जिसको भी चाहिए वह बिना पूछे ले जा सकता है।

पेड़-पौधो से करते हैं बातें

वनित जैन बताते हैं कि वह हर रोज़ अपने पेड़ पौधों से बातें करते हैं उनका मानना है कि पेड़-पौधे आपकी बात सुनते भी हैं। वे सलाह देते हैं कि दिन में कम से कम 1 घंटा अपने पेड़ पौधों के साथ ज़रूर बताएँ, जिस तरह हमें पेड़ों की ज़रूरत है उन्हें भी हमारी ज़रूरत होती है। वनित ने अपने गार्डन में एक घंटी भी लगाई हुई है हर रोज़ सुबह सबसे पहले वे इसे बजाते हैं जिससे उनके पेड़ पौधों को पता चल जाए कि सवेरा हो गया है। वे गार्डनिंग को डेली रुटीन का हिस्सा मानते हैं। हर रोज़ सुबह अपने गार्डन में घूमना, पेड़ पौधों की देखभाल करना उनकी दिनचर्या का प्रमुख हिस्सा है जिसे वह कभी नहीं छोड़ते।

वनित जैन ने पेड़ पौधों की देखभाल के लिए कुछ ज़रूरी टिप्स बताएँ:

  • शुरुआती दौर में धनिया, पुदीना मेथी, पालक, एलोवेरा सबसे अच्छा विकल्प है।
  • घर के पुराने बर्तनों बाल्टी, प्लास्टिक की बोतलों, गमलों में पौधे लगा सकते हैं।
  • गोबर की खाद से पौधों को पूरा पोषण मिलता है उसके बाद वर्मीकंपोस्ट, कोकोपीट, नीमखली आदि का प्रयोग करें।
  • सुबह सवेरे पेड़ पौधों को पानी ज़रूर दें।
  • पौधो को कीड़ों से दूर रखने के लिए राख में कपूर मिलाकर स्प्रे कर सकते हैं।

वनित कहते हैं पौधों के लिए बहुत ज़्यादा पैसे ख़र्च करने की ज़रूरत नहीं है पेड़ों की क़लम से नए पौधे बनाए जा सकते हैं। सूखे पत्तों से खाद बनाई जा सकती है। वे कहते है कि यदि मिट्टी स्वस्थ होगी तो पेड़ पौधे भी स्वस्थ होंगे।