देश में शिक्षा अब बहुत महंगी हो गयी है जहा लोग अपने बच्चो को पढ़ाने के लिए लाखो रुपया खर्च कर रहे है कोचिंग में हजारो फीस दे रहे है और पढ़ाई इंस्टिट्यूट अब एक बिज़नेस का स्रोत बनकर रह गया है वहीं समाज कुछ लोग मुफ्त में बच्चो को शिक्षा प्रदान कर रहे है ,उड़ीसा के जाजपुर में रहने वाले एक बुजुर्ग, जो 75 वर्षों से बच्चों को पेड़ के नीचे पढाने का काम करते हैं, वह भी बिल्कुल फ़्री में और बिना किसी मदद के। वह ऐसे बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रहे हैं जो पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं।
कहा जाता है कि शिक्षा एक मात्र ऐसे ही स्रोत है जिससे बच्चे अपना भविष्य उज्ज्वल कर सकते हैं। लेकिन आज के समय में भी अनगिनत ऐसे बच्चे है, जो पढ़ाई से कोसो दूर हैं। एक अच्छे भविष्य के लिए बच्चों का शिक्षित होना बहुत ज़रूरी है। जिसके लिए सरकार की तरफ़ से भी देशभर में कई ऐसे अभियान चलाए जा रहे हैं, जिससे बच्चे शिक्षित हो सके। इसका एक बड़ा उदाहरण है, सर्व शिक्षा अभियान।
एक न्यूज एंजेंसी ANI के अनुसार बार्टांडा सरपंच ने बताया कि “वह पिछले 75 साल से पढ़ा रहे हैं और सरकार से किसी भी तरह की मदद के लिए इनकार करते हैं, क्योंकि यह उनका एक जुनून बं गया है। हालांकि, हमने एक ऐसी सुविधा देने का फ़ैसला किया है, जहाँ वह बच्चों को आराम से पढ़ा सकते हैं।”