देश के एक रिटायर्ड फौजी ने अपने गांव में बनवायी सड़क। जज्बा ऐसा की पूरी जमा पूंजी लगा दी सड़क बनवाने में , आज के समय में जहा कोई भाई अपने सगे भाई का नहीं सोचता वही ऐसे कुछ लोग भी है जो दुसरो की भलाई और अच्छाई का सोचता है। बात हिमांचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के एक छोटे से गाँव लुगट की है जिस गावँ में 30 परिवार रहते है।
जिन परिवारों को आए दिन कई परेशानियों से गुजरना पड़ता था किसी भी तरह की सुविधाएँ चाहे वह स्वास्थ्य को लेकर हो या फिर घर-गृहस्थी का सामान सबके लिए इन्हें पड़ोस के गावँ में जाना पड़ता था जहाँ लोग एक पहाड़ी से होते हुए जाते थे जब भी कोई बीमार होता था तब उसे फ़िल्मों की तरह पालकी में बिठाकर दूर के अस्पताल ले जाया जाता है जिसमे समय के साथ-साथ कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था, अन्य समस्याओं के साथ इनकी सबसे बड़ी समस्या थी सड़क फिर चाहे वह कच्ची ही क्यों न हो, लेकिन गावँ की जनसँख्या कम होने के कारण गावँ तो था लेकिन वह देश के नक़्शे में स्थान नहीं पा सका औऱ यहाँ के लोगों के लिए कोई नेता कोई सरकार मदद के लिए तैयार नहीं थी।
तब इसी गावँ के निवासी सरदारी लाल जो एक रिटायर फ़ौजी हैं उन्होंने अपनी जमा पूंजी को सड़क बनाने के लिए प्रयोग किया और जब किसी सरकारी मदद की आशा नहीं रही तब इन्होंने गावँ वालों के साथ मिलकर सेल्फ हेल्प के जरिये 800 मीटर कच्ची सड़क का निर्माण कराया जिसके लिए सरदारी लाल ने 5 लाख रुपए दिए थे।
लेकिन ये फ़ैसला प्रकृति को ना गवार गुजरा और बरसात के मौसम में कच्ची सड़क भी बह गई जिससे समस्याएँ जस की तस हो गई हैं लेकिन उनके इस प्रयास के बाद अब सरकार ने भी वहाँ के सड़क निर्माण के लिए 5 लाख रुपए आबंटित किये हैं लेकिन अभी तक कोई काम शुरू नहीं हुआ।
इतना ही नहीं सरदारी लाल जी ने एक बार फिर सम्बंधित विडीओ साहब को 75000 रुपये गावँ के विकास और सड़क मरम्मत के लिए दिए हैं आशा है उस गाँव को जल्द ही सरकार को तरफ़ से सड़क मिलेगी और बाक़ी व्यवस्थाएँ भी प्राप्त होंगी लेकिन इस ज़माने में सरदारी लाल जैसे लोग दिल जीत लेते हैं जो अपनो की मदद के लिए कुछ भी कर सकते हैं।