देश की राजधानी दिल्ली में जल्द ही आपको यमुना नदी के ऊपर नए पुल पर रेलगाड़ी पूरी रफ्तार से दौड़ती नजर आएंगी। दिल्ली को यमुना नदी पर एक और रेलवे पुल की सौगात मिलने जा रही है। इस पुल पर तेज गति से निर्माण कार्य भी जारी है। संभावना है कि अगले साल आपको दिल्ली में यमुना नदी पर बने इस पुल से रेलगाड़ी दौड़ती हुई नजर आने लगें। बता दें कि यमुना नदी पर बना हुआ पहला पुल करीब 155 साल पुराना है। अब इस पुल का बोझ कम करने के लिए ही इस नए पुल का निर्माण किया जा रहा है। माना जा रहा है कि अगले साल सितंबर तक यह पुल बनकर तैयार हो जाएगा।
बेहद मुश्किल था पुल का निर्माण:
हालांकि लाल किले के पीछे सलीमगढ़ किले के नजदीक बनाए जाने वाले इस पुल का काम बेहद मुश्किल था। इस पुल के निर्माण की स्वीकृति वर्ष 1997-98 में मिली थी। मगर बीच आबादी और किले केे होने की वजह से इसका निर्माण असंभव सा दिखाई देने लगा था। कई सालों तक इसका काम लटका रहा और फिर निर्माण का काम साल 2003 में शुरू हुआ। इस पुल के निर्माण में दिक्कत यह थी कि रेलवे लाईन सलीमगढ़ किले से होकर जानी थी और इसके लिए 1 हजार किलोमीटर की जगह भी चाहिए थी। 1 हजार किलोमीटर की जगह भी चाहिए थी।
अभी निर्माण कार्य कछुआ गति से शुरू ही हुआ था कि किसी कारण से साल 2007 में पुल बनाने की मंजूरी को रदद कर दिया गया:
अभी निर्माण कार्य कछुआ गति से शुरू ही हुआ था कि किसी कारण से साल 2007 में पुल बनाने की मंजूरी को रदद कर दिया गया। उसके बाद निर्माण कार्य अधर में लटका रहा। एएसआई ने भी इस पुल के निर्माण पर सवाल खड़े कर दिए और कहा कि ऐतिहासिक सलीमगढ़ किले को नुक्सान नहीं पहुंचना चाहिए। तमाम उठापटक के बीच आखिरकार साल 2011 में एक बार फिर से पुल के निर्माण को मंजूरी दे दी गई। जिसके बाद लेटलतीफी के बीच इसका निर्माण शुरू हुआ। बताया गया है कि अब इसका निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और अगले साल इस पुल पर पूरी रफ्तार से रेल दौडऩे लगेंगी।