आज हम आप सभी लोगों को एक छोटे से गांव की रहने वाली सुरभि की कहानी सुनाने वाले हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन के चलते वह कर दिखाया जो कि हर एक नौजवान का सपना होता है उन्होंने अपनी सच्ची मेहनत और लगन के चलते आईएएस ऑफिसर बन दिखाया जिसके लिए उन्होंने किसी भी प्रकार की कोचिंग संस्था की मदद नहीं ली और उन्होंने यह कारनामा केवल और केवल सेल्फ स्टडी के दम पर किया।
तबीयत खराब होने के बावजूद भी करी थी पढ़ाई
सुरभि गौतम बचपन से ही पढ़ने लिखने में काफी अच्छी थी और स्कूल में हमेशा अव्वल आया करती थी बचपन में और उन्होंने अपनी दसवीं कक्षा की परीक्षा में 93.4% अंक अर्जित करें और अपनी क्लास में टॉप किया था इतना ही नहीं बल्कि सुरभि ने गणित और विज्ञान जैसे कठिन विषयों में भी 100 में से 100 अंक लाकर अपने स्कूल में एक मिसाल कायम करी थी जो कि इससे पहले किसी भी बच्चे नहीं करता पढ़ाई में होने के कारण उनका मेरिट लिस्ट में नाम भी आया था जिसके लिए उन्हें काफी सराहना भी मिली थी उसके बाद 12वीं में बुखार आने की वजह से वह डॉक्टर के पास चेकअप के लिए जाना पड़ता था लेकिन इतने बीमार होने के बावजूद भी कभी भी उन्होंने पढ़ाई से ध्यान नहीं आया और उस वक्त भी वह पढ़ाई करने से कभी पीछे नहीं होती और अच्छे मार्क्स लाकर 12वीं कक्षा पास करी।
उन्होंने बताया कि बचपन में वह अंग्रेजी में काफी कमजोर थी जिसके चलते स्कूल और कॉलेज में दूसरे बच्चे उसका मजाक उड़ाया करते थे और उन्होंने उसी दिन यह ठान लिया था कि वह अपने अंग्रेजी को सुधरेंगे और सभी बच्चों को कुछ बनकर दिखाएंगे उन्होंने अपनी अंग्रेजी सुधारने के लिए हर रोज 10 वर्ड मीनिंग याद करने का निर्णय लिया और उस पर तब तक अधिक रही जब तक उन्हें अपने कार्य में सफलता नहीं मिल गई किसी के परिणाम स्वरूप उन्होंने पहले सेमेस्टर में टॉप किया जिसके बाद वह अपने जीवन में लगातार आगे बढ़ती चली गई।