दोस्तों, शादी यह एक पवित्र बंधन है और अपने समाज में शादी को बहुत महत्व दिया जाता है । हर पिता को अपनी लड़की जिसे बचपन से लाड़ प्यार से पाल पौस कर बड़ा किया हो उसे एक अजनबी घर में सोपने की बारी आती है । इसमे पिता अपनी जिंदगी भर कमाई हुई दौलत लगा देता है । ताकि अपने बेटी को आगे जाकर अपने ससुराल में कोई तकलीफ उठानी न पड़े । पर कई ऐसे लोग होते जो शादी के वक्त लड़की वालों से देहज मांगते है । जी हाँ दोस्तों हमारे समाज मे ऐसे ज्यादातर लोग है जो शादी के वक्त लसड़की वालों से दहज की मांग करते है । और लड़की के पिता अपनी बेटी ससुराल मे वह खुश रहे इस हेतु के कारण देहज देते है । कई बार इस के अलावा भी लड़कियों को ससुराल मे बहुत तकलीफ सहनी पड़ती है । और वह ये सब सह लेती है ताकि समाज मे उसकी बुराई न हो । लेकिन अब वो जमाना बदल गया है लड़की हो या लड़का सबको अपना फैसला लेने का पूरा हक्क है ।
और इस बात की मिसाल बनी ग्वालियर की शिवानी, शादी के पहले से ही दहेज का बोझ सहती रही लेकिन जब लड़के वालों ने दहेज मांगने की सीमा पर कर दी तब यह सह न सकी और ठीक बिदाई से पहले तोडी शादी । और इसके बाद क्या हुआ चलो जानते है –
ठीक बिदाई से पहले टूटी शादी –
मध्य प्रदेश में शनिवार को दतिया जिल्हे मे ऐसी एक घटना हुई जिसे सुनते ही सब हैरान रह गए । यहा पर दुल्हन ने अपनी ही शादी की बारात पीछे लौटा दी । और इसके बाद महोल इतना गरम हुआ की पुलिस को बुलाना पडा ।
जीवाजी क्लब के गेट-1 में यह घटना हुई । सुरेश अग्रवाल के बेटे प्रतीक से ज्वेलर्स द्वारिका प्रसाद अग्रवाल की बेटी शिवांगी की शादी तय हुई थी । शिवांगी ग्वालियर में एमबीए करने के बाद जॉब करती हैं और प्रतीक बीकॉम हैं और फालका बाजार में सेनेट्री की दुकान चलाते हैं । शनिवार को शादी के बाद बिदाइ की बात हो रही थी । तभी दूल्हे के पिता सुरेश ने दुल्हन का सामान देखने की बात कही । दूल्हे के पिता के इस बात पर दुल्हन भड़क गई। और इसके बाद उसने बारात वापस ले जाने की बात करने लगी ।
लड़की ने बताया –
” लड़की ने बताया की दुल्हे की और से देहज की मांग हो रही थी ।, मेरा कोई भी नहीं है और लड़के वालों ने शादी के बाद कार लाने की भी मांग की थी । फेरो तक तो में सहती रही लेकीन ये लड़के वाले लोग इतने लालची होंगे ये मैने सोचा भी नहीं था । मेरा सूटकेस चेक करने की मांग की इसलिए मैने ये शादी तोड़ दी । ”
दूल्हे के पिता ने दुल्हन वालों को कहा ठहराना चाहा झूठा
कुछ देर बाद जब पूलिस आई तब पुलिस ने दुल्हन को समझना चाहा तब लड़कीने बोल की अब अगर भगवान भी आ जाए तभी में ऐसे घर में नहीं जाऊँगी ।
इसपर दूल्हे प्रतीक ने कहा की-” हमने कोई भी दहेज नहीं मांगा । लड़की वाले सब झूठ बात रहे है, हमने बिदाई के समय भी कुच्छ नहीं मांगा और हम इन्हे ज्यादा रुपये नहीं दे देंगे । हम दुल्हन को हमरे साथ लेने जाने के लिए तैयार है लेकिन वधू पक्ष उसकी बिदाई नहीं करना चाहते तो हम क्या करें ? ”
इसके बाद दूल्हे के पिता ने कहा की , ” मैंने कोई दहेज नहीं मांगा , दुल्हन के सामान की सूटकेस में रखीं साड़ियां व जेवरात को देखने की और गिनने की बात कही थी. जिससे दुल्हन और उसके पिता ने शादी तोड़ने की बात कह दी ।”
दुल्हन के पिता द्वारिका ने बताया की , ” शादी तय होने के बाद से ही लड़के वालों की रोज एक नई मांग बढ़ने लगी थी. बिदाई के समय बेटी के सामान की सूटकेस को दिखाने पर ही अड़ गए । इस पर बेटी ने कहा कि ये लोग अभी ये हाल कर रहे हैं तो आगे क्या-क्या करते ।”