मैत्री पटेल को बचपन से पायलट बनने का शौक था इसीलिए उन्होंने ज्यादा पढ़ाई भी नहीं करी उन्होंने बारहवीं कक्षा के बाद ही पायलट की ट्रेनिंग के लिए विदेश चली गई जहां पर हमने उन्होंने दिन रात मेहनत करी और अपने सपने को पूरा करने के लिए पूरी निष्ठा के साथ काम करें मैथिली पाटील ने मीडिया कर्मी को इंटरव्यू के दौरान बताया था कि जब उनकी पढ़ाई के लिए पैसों की कमी पड़ गई थी तो उनके पिता ने बैंक से लोन मांगा था लेकिन लोन न मिलने के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा और उनके पिता के पास कोई और चारा नहीं था अपनी बेटी को पढ़ाने के लिए इसीलिए उन्होंने अपनी पुश्तैनी हवेली बेच दी और उन पैसों से अपनी बेटी की पढ़ाई पूरी कराई।
आजकल सोशल मीडिया पर मैत्री पटेल छाई हुई है हर जगह केवल उन्हीं की चर्चा हो रही है क्योंकि उन्होंने 19 वर्ष के छोटी सी उम्र में पायलट बन पूरे भारतवर्ष का नाम ऊंचा किया है और सबसे कम उम्र में पायलट बनने का रिकॉर्ड भी दर्ज कराया है भारत में वैसे तो मैं मैत्री पटेल एक छोटे से किसान की बेटी है जो की गुजरात में रहते हैं उन्होंने अपने बचपन की पढ़ाई भी गुजरात से ही पूरी करी और जब उन्होंने 12th पास करी तो उसके बाद उन्होंने पायलट बनने का निर्णय लिया।
बन चुके हैं नौजवान पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा
आजकल सोशल मीडिया पर इनकी फोटोस काफी फ्रेंड हो रही है जो कि उन्होंने अपने माता-पिता के साथ ट्रेनिंग से वापस लौटने के बाद खिंचाई थी। जिस प्रकार से मैत्री पाटिल ने इतनी कम उम्र में सफलता हासिल करी है वह नौजवान युवक और युवतियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है क्योंकि इतनी कम उम्र में उन्होंने सफलता हासिल कर ली है तू यह सभी के लिए आदर्श बात है और हर एक नौजवान युवक को इनसे सीख लेनी चाहिए।