Home / ज्ञान / क्या आपको पता है कि महादेव की उपाधि जरूरी है शनि प्रदोष के दिन, आप भी अपना यह सभी उपाय

क्या आपको पता है कि महादेव की उपाधि जरूरी है शनि प्रदोष के दिन, आप भी अपना यह सभी उपाय

हिंदू धर्म में बहुत ही ज्यादा अहमियत मानी जाती है। प्रदोष व्रत की यह बात तो आप सभी को ज्ञान थी होगी प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि को इस व्रत को बड़े ही विधि विधान तथा हर्षोल्लास से किया जाता है। इस दिन बहुत श्रद्धालु महादेव का पूजन भी करते हैं जो कि बेहद शुभ और उचित माना जाता है पुराने ऋषि-मुनियों तथा ग्रंथों में साफ-साफ लिखा गया है। कि प्रदोष व्रत के दिन अगर आप महादेव कथा पार्वती माता की पूजा करते हैं तो इससे आपकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती है हम आपको यह बता देते हैं। कि इस बार प्रदोष व्रत शनिवार को पड़ रहा है इसीलिए शास्त्रों के अनुसार इसे शनि प्रदोष व्रत भी बोलते हैं। प्रदोष व्रत जिस दिन पड़ता है उस हिसाब से अहमियत बढ़ जाती है। इस बार महादेव तथा माता पार्वती के साथ शनिदेव का भी आशीर्वाद मिलेगा। शनि प्रदोष व्रत के दिन पूजा पाठ करने से निसंतान दम्पति को संतान की प्राप्ति होती है। इस दिन तिल चढ़ाना चाहिए तथा निर्धनों को खाना खिलाना चाहिए।

शनि प्रदोष व्रत के दिन करें ये उपाय:-

1- शनि प्रदोष के दिन महादेव की पूजा करने के साथ-साथ शनिदेव की भी उपासना करनी चाहिए। ऐसा करने से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।

2- आज के दिन कांस के बर्तन में तिल का तेल डालकर अपना चेहरा देखने के पश्चात् दान-पुण्य करना चाहिए। ऐसा करने से आपके घर में सुख- समृद्धि बनी रहती है।

3- भगवान शनि को खुश करने के लिए काले उड़द, कोयला अथवा लोहे की कील लपेटकर बहते जल में प्रवाहित करें।

4- इस दिन काले वस्त्रों का दान करने से शनि देव की कृपा दृष्टि बनी रहती है, साथ-साथ घर में धन एवं यश का योग बना रहता है।

5- इस दिन उपासना करने से शनि की साढ़ेसाती तथा शनि दोष से भी छुटकारा प्राप्त होता है।

पूजा का शुभ मुहर्त:

इस बार शनि प्रदोष व्रत के दिन ध्रुव योग बन रहा है। ये योग प्रातः 11 बजकर 43 मिनट तक रहेगा। इस योग मे सूर्य मेष राशि में चंद्रमा सिंह तथा कन्या राशि में गोचर रहेंगे। इस दिन किसी भवन या इमारत का काम करना शुभ होता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, 24 अप्रैल को शाम 7 बजकर 17 मिनट से 9 बजकर 3 मिनट तक पूजा करने का शुभ मुहूर्त है।