शिव पुराण के अनुसार इन कार्य को करने से आप भागीदार बनेंगे पाप के

पूरे भारतवर्ष में 5 वर्ष शिवरात्रि का त्यौहार होती है तो धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है सारे शिवभक्त इस दिन बहुत ज्यादा प्रसन्न भाव से रहते हैं। वैसे तो यह बात आप सभी को पता होगी कि महाशिवरात्रि शिव भक्तों के लिए कितना ज्यादा महत्वपूर्ण होती है आज हम आपको महाशिवरात्रि से पहले एक ऐसा रहस्य बताने जा रहे हैं जो उससे पहले आपने कहीं नहीं सुना होगा हम आपको बताने वाले हैं उन पापों के बारे में जिनका विवरण खुद शिवपुराण में किया गया है।

इन पापों को कभी भूल से भी नहीं करना चाहिए। आइए बताते हैं आपको इन पापों के बारे में।

* कहा जाता है शिवपुराण में लिखा गया है कि कभी भी दूसरों के पति या पत्नी पर बुरी नजर रखना या उसे पाने की इच्छा नहीं करना चाहिए।

* शिवपुराण के मुताबिक गुरु, माता-पिता, पत्नी या पूर्वजों का अपमान नहीं करना चाहिए।

* शिवपुराण के मुताबिक शराब पीना, दान की हुई चीजें या धन वापस लेना महापाप होता है।

* शिवपुराण के मुताबिक दूसरों का धन अपना बनाने की चाह रखना भी एक पाप है।

* शिवपुराण के मुताबिक गलत तरीके से दूसरे की संपत्ति हड़पना, ब्राह्मण या मंदिर की चीजें चुराना या गलत तरीके से हथियाना पाप है।

* शिवपुराण के मुताबिक किसी निरपराध इंसान को कष्ट देना, उसे नुकसान पहुंचाना या धन-संपत्ति लूटना पाप हैं।

* शिवपुराण के मुताबिक अच्छी बातें भूलकर बुरी राह को स्वयं चुनने वाले पापी होते हैं।

* शिवपुराण के अनुसार बुरी सोच रखने वाले पापी होते है।

* शिवपुराण के मुताबिक किसी गर्भवती महिला या मासिक के दौरान किसी महिला को कटु वचन कहना पाप है।

* शिवपुराण के मुताबिक किसी के सम्मान को हानि पहुंचाने की नीयत से झूठ बोलना पाप है।

* शिवपुराण के मुताबिक समाज में किसी के मान-सम्मान को हानि पहुंचाने की नीयत से अफवाह फैलाना पाप है।

* शिवपुराण के मुताबिक धर्म के विपरीत काम करना पाप है।

* शिवपुराण के मुताबिक बच्चों, महिलाओं या किसी भी कमजोर जीव के खिलाफ हिंसा करना पाप है।

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