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सावधान रहे अब लोग उत्तराखंड में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि..देहरादून, रायवाला , ऋषिकेश, कोटद्वार, में

जिस बात का ड”र था, वही हुआ। पड़ोसी राज्यों में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद, आखिरकार उत्तराखंड में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। पिछले कई दिनों से उत्तराखंड में पक्षियों के मरने की खबरें आ रही थीं। बर्ड फ्लू की संभावना के बारे में लोग डर गए थे, दुर्भाग्य से ये रिपोर्ट झूठी नहीं थीं। केंद्र ने सोमवार को पुष्टि की कि उसे उत्तराखंड में बर्ड फ्लू के मामले मिले हैं। वायरस के संक्रमण की पुष्टि उत्तराखंड के साथ-साथ दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भी हुई है। 10 जनवरी तक, सात राज्यों केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू के प्रकोप की पुष्टि की गई थी। अब इस सूची में उत्तराखंड का नाम भी शामिल हो गया है। राज्य में पिछले कई दिनों से पक्षियों के मरने की खबरें आ रही थीं। रविवार को देहरादून में दो सौ से अधिक कौवे मृत पाए गए। यह बताया गया कि राजधानी के भंडारबाग क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सैकड़ों कौवे मृत पाए गए। कई कौवे अभी भी बीमारी की स्थिति में हैं और लगातार मर रहे हैं। नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तराखंड में अब तक 700 से अधिक पक्षी मृत पाए गए हैं। एक बाज को बीमारी की हालत में देहरादून मोहिनी रोड से भी बचाया गया था।

उत्तराखंड में देहरादून के अलावा ऋषिकेश, कोटद्वार, डोईवाला, रायवाला से भी कौवों की मरने की सूचना आ रही है। अब केंद्र ने भी उत्तराखंड में बर्ड फ्लू के केस मिलने की पुष्टि की है। जिससे राज्य में हड़कंप मचा है। कोरोना संक्रमण के बीच बर्ड फ्लू एक नई चुनौती के रूप में हमारे सामने है। केंद्र ने राज्यों को जनता के बीच जागरुकता फैलाने और फर्जी सूचनाओं के प्रसार की रोकथाम के निर्देश दिए हैं। केंद्र ने सभी राज्यों को जलाश्यों, पक्षी बाजारों, मुर्गी पालन केंद्रों और चिड़ियाघर के आसपास निगरानी बढ़ाने को कहा है। मुर्गी पालन केद्रों में पक्षियों की सुरक्षा को लेकर अधिक ध्यान देने का आग्रह किया है। साथ ही मृत पक्षियों को प्रोटोकॉल के तहत दफनाने के निर्देश दिए हैं। राज्य समीक्षा आप सबसे अनुरोध करता है कि बर्ड फ्लू को लेकर सतर्क जरूर रहें, लेकिन किसी भी तरह की अफवाह या फर्जी खबरों को फैलाने से बचें।