नोएडा के सेक्टर-50 में रहने वाले एक पूर्व आईपीएस अधिकारी के घर पड़े आयकर विभाग के छापे में निजी बेनामी लॉकरों में से अब तक तीन करोड़ रुपये कैश बरामद हुए हैं। घर के बेसमेंट में बनाए गए इन प्राइवेट लॉकरों में से एक लॉकर में करीब दो करोड़ रुपये और बाकी दो लॉकरों में अलग-अलग 30 से 35 लाख रुपये आयकर विभाग की टीम ने बरामद किए गए हैं। यह तीनों लॉकर सोमवार देर रात को तोड़े गए, दो और संदिग्ध लॉकर जल्द ही तोड़े जा सकते हैं।
जानकारी के अनुसार, नोएडा सेक्टर-50 के इस घर में राम नारायण सिंह का बेटा सुयश और उसका परिवार रहता है। पूर्व आईपीएस अधिकारी और उनकी पत्नी मिर्जापुर में रहते हैं। आयकर विभाग की टीम ने पूर्व आईपीएस अधिकारी आर.एन. सिंह के घर के अंदर काफी मात्रा में नकदी रखे होने की सूचना के आधार पर शनिवार को छापेमारी की थी। आयकर की टीम जब घर के अंदर पहुंची तो बेसमेंट के अंदर लगभग 600 प्राइवेट लॉकर मिले। यह लॉकर अन्य लोगों के बताए जा रहे हैं, जिन्हें किराए पर दिया जाता था।
आयकर विभाग का कहना:
आयकर विभाग की टीमों ने उन लोगों से संपर्क किया, लेकिन वे सामने आने में आनाकानी कर रहे हैं। आयकर विभाग की जांच अब बेनामी लॉकर की ओर बढ़ रही है। पकड़ी गई रकम सरकारी खाते में जमा होगी।
बताया गया है कि पूर्व आईपीएस अधिकारी की पत्नी के नाम पर निजी तौर पर प्राइवेट लॉकर किराए पर देने का काम किया जाता है। यह उनका पुश्तैनी काम है। इन्हीं में से किसी लॉकर में अघोषित 20 लाख की नकदी होने की जानकारी आयकर विभाग को मिली थी। इसके बाद टीम ने इनके लॉकर की जांच के लिए छापेमारी की। बताया जा रहा है कि आईपीएस अधिकारी और उनका परिवार जांच में सहयोग कर रहे हैं।
एक पूर्व आईपीएस के लॉकर भी मिले:
इसके अलावा प्रदेश के उच्च पद पर तैनात रहे एक अन्य पूर्व आईपीएस के लॉकर भी मिले हैं। पिछले पांच साल से इस सेफ्टी वॉल्ट में लॉकर किराये पर देने का काम किया जा रहा है। गड़बड़ी के संकेत मिलने के बाद विभाग ने अलग-अलग टीमें गठित कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। सेक्टर-50 स्थित घर के बेसमेंट में पुलिस बल की मौजूदगी में आयकर विभाग की टीम छानबीन कर रही है। लॉकरों के अलावा मौके पर मौजूद लैपटॉप व अन्य दस्तावेज की भी जांच की जा रही है।